औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के झाड़माजरी की नामी हेलमेट निर्माता कंपनी के डायरेक्टर की 70 वर्षीय पत्नी की कोरोना संक्रमण से पीजीआई में मौत हो गई है। बीते दिन तबीयत खराब होने पर बुजुर्ग महिला को उसके पति के साथ पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया था, जहां महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना से मौत की पुष्टि के बाद शुक्रवार को कंपनी का गेस्ट हाउस, निजी अस्पताल समेत पूरे झाड़माजरी औद्योगिक-रिहायशी क्षेत्र सील कर दिया है।
महिला के संपर्क में आए करीब 50 लोगों को क्वारंटीन कर दिया है। परिवार के सभी सदस्यों के कोविड-19 के सैंपल लिए गए हैं। इससे पहले 23 मार्च को अमेरिका से लौटे 69 वर्षीय तिब्बती ने कांगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ा था। प्रदेश में अभी तीन पॉजिटिव मरीज टांडा मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन हैं, जो दिल्ली में मरकज में शिरकत कर लौटे थे।
बद्दी की महिला 15 मार्च को दिल्ली से पति समेत चार अन्य परिवारों के कुल सात सदस्यों के साथ निजी गाड़ी में झाड़माजरी आई थी। लॉकडाउन और फिर कर्फ्यू के चलते सभी कंपनी के रेस्ट हाउस में एक साथ रुके थे। 31 मार्च को उसे अस्पताल लाया गया। उसे पिछले 6-7 दिन से तेज बुखार की शिकायत थी। चिकित्सक ने शुरुआती जांच के बाद महिला और उसके पति को पीजीआई रेफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई है। महिला या उसके परिवार के अन्य सदस्यों की विदेश घूमने की कोई बात सामने नहीं आई है। सभी दिल्ली से लौटे हैं। यह पता लगाया जा रहा है कि महिला कहां संक्रमित हुई।
कोरोना पॉजिटिव महिला और उसके परिवार के साथ जो लोग संपर्क में आए उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया है। क्वारंटीन किए गए लोगों में सफाई कर्मचारी, रसोइया, दो चालक समेत कंपनी के 22 कर्मचारियों समेत कुल 50 लोग शामिल हैं। जो इन सभी परिवार से किसी न किसी तरह संपर्क में आए हैं। प्रशासन की टीम निजी अस्पताल में महिला के संपर्क में आए लोगों की भी तलाश कर रही है। अतिरिक्त उपायुक्त विवेक चंदेल ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार नवरात्र के दौरान हेलमेट कंपनी के मालिक और परिवार के सदस्यों ने कंपनी परिसर में बने मंदिर में ही पूजा-पाठ भी किया। इसमें स्टाफ के अलावा कंपनी के कई कर्मचारी भी शामिल हुए थे। इन सभी को क्वारंटीन में रखा गया है और लक्षण दिखने पर इनके कोरोना टेस्ट भी होंगे। इनमें कई हिमाचली भी हैं।